बुधवार, 30 नवंबर 2011

मेघ महाकुंभ में किया मेघवंशियों से एकजुट होने का आह्वान


छोटी चौपड़ से निकला मेघसेना का फ्लैग मार्च

Source: dainik bhaskar,jaipur   |
date 17:56(27/11/11)
जयपुर।


महाकुंभ के मौके पर सुबह छोटी चौपड़ से मेघसेना की ओर से फ्लैग मार्च निकला। इस दौरान पूरा वातावरण मेघवंश के जयघोष से गूंज उठा। बड़ी संख्या में समाज के लोग जो मेघवंश की बात करेगा, वही देश में राज करेगा...जैसे नारे लगाते हुए रवाना हुए।
वहीं पोस्टर-बैनर लिए समाजबंधु संजय सर्किल, संसार चंद्र रोड, भगवानदास रोड, बाईस गोदाम होकर अमरूदों का बाग पहुंचे। इस बीच जगह-जगह पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया।

फिर महाकुंभ शुरू हुआ। इसमें मेघवंश समाज के बिखरे हुए विभिन्न वर्गों से एकजुट होने का आह्वान किया गया। इसके साथ ही सरकार से मेघवंश कल्याण बोर्ड बनाने, अनुसूचित जाति व के आरक्षण में 16 से 17 प्रतिशत बढ़ाने, बुनकर वित्त व सहकारी निगम बनाकर अनुसूचित जाति का अध्यक्ष बनाए जाने सहित 11 सूत्री मांगे रखी गई।

यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.योगेंद्र मकवाना ने महाकुंभ का उद्घाटन किया। अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने की। इस अवसर राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।

link- http://www.bhaskar.com/article/c-10-1354299-2596900.html

मंगलवार, 29 नवंबर 2011

कोट सोलंकियान में अलखजी पहाड़ी तक सड़क मंजूर

देसूरी।
29 नवम्बर 2011
देसूरी पंचायत समिति क्षेत्र के कोट सोलंकियान ग्राम में पहाड़ी पर स्थित मेघवाल समाज के आराध्य स्थल अलखजी मंदिर तक पहूंचने के लिए पुरानी पुलिस चौकी से सड़क बनेगी। इसके लिए जिला परिषद ने एमजीनरेगा के तहत तेरह लाख की राशी मंजूर की गई हैं।

      जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल ने बताया कि लम्बे समय से मेघवाल समाज इस स्थल पर आवागमन में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए सड़क की मांग कर रहा था। जिसे मंजूर कर जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने इस मांग को पूरा कर दिया हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य में साढ़े दस लाख रूपए सामग्री मद एवं ढ़ाई लाख रूपए श्रम मद में खर्च होगें।

      इधर, कोट सोलंकियान में सोमवार को आयोजित मेघवाल समाज की बैठक में इस स्वीकृति पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए इसके लिए मेघवाल समाज ने जिला प्रमुख खुशवीरसिंह का आभार प्रकट किया और इस निर्माण कार्य दिसम्बर माह के दूसरे पखवाड़े में धार्मिक विधि विधान एवं समारोह पूर्वक शुरू कराने का निर्णय लिया। मेघवाल समाज ने कहा कि जिला प्रमुख ने इससे पहले क्षेत्र के ढ़ालोप में रघुनाथपीर आश्रम की ओरण की चारदिवारी निर्माण की स्वीकृति एवं शोभावास में रघुनाथपीर बगेची तक ड़ामर सड़क निर्माण करवा कर मेघवाल समाज के हित में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।

शनिवार, 19 नवंबर 2011

मेघयुग: राजस्थान में मंत्री मंडल का पुर्नगठन,श्रीमती मंजू ...

मेघयुग: राजस्थान में मंत्री मंडल का पुर्नगठन,श्रीमती मंजू ...: राजस्थान में हाल ही में मंत्री मंडल का पुर्नगठन किया गया हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 14 नवम्बर को अपने सभी मंत्रीयों को विश्वास में लेते ...

मेघवंश महाकुम्भ 27 नवम्बर को जयपुर में

जयपुर,20 नवम्बर।
मेघवंश समाज के मान, सम्मान एवं स्वाभिमान की रक्षा, सामाजिक एकता एवं चहुमुंखी विकास के लिए मेघवंश समाज का मेघ महाकुम्भ 27 नवम्बर को जयपुर में अमरूदो के बाग में आयोजित होगा। जिसमें देशभर से मेघवंश समाज के लोग शामिल होंगे।
     
          राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने बताया कि मेघवंश समाज की देशभर में फैली 1671 जातियो को एकसूत्र में बांधने, मेघवंश समाज की एकता, विकास, हितो की रक्षा आदि पर व्यापक विचार-विमर्श के लिए मेघ महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है महाकुम्भ के माध्यम से देश की केन्द्र सरकार व राज्य सरकारो से भी मेघवंश समाज की अपेक्षाऐ व हितो की रक्षा की अपील की जाएगी। डेनवाल ने प्रत्येक राज्य में मेघवंश कल्याण बोर्ड बनाने व 2 हजार करोड़ का बजट देने, देश व प्रदेशो में (मेघवंश) बुनकर आयोग बनाने, खादी कमीशन, बुनकर सेवा केन्द्र, बुनकर संघ, हेण्डलूम बोर्ड, खादी बोर्ड एवं इनसे सबंधित आयोग, बोर्डो में मात्र मेघवंश (अनुः जाति) का ही अध्यक्ष बनाये जाने आदि की मांग रखी। जो मेघ महाकुम्भ के अवसर पर भी रखी जाएगी।

गुरुवार, 22 सितंबर 2011

हक के लिए ढंग से लड़ना होगा : मेघवाल

साभार- webdunia.com प्रकाशन तिथि- 19 सितंबर 2011 नीमच,
राजनीतिक दलों ने अपने लाभ के लिए दलितों का भरपूर उपयोग किया है। दलित समाज आज भी याचक की भूमिका में खड़ा है। आरक्षण देने मात्र से दलितों का भला नहीं हो गया। अब कमजोर तबकों को उठकर अपने हक के लिए सही ढंग से लड़ाई लड़ना होगी। दलितों को सामाजिक न्याय पूरी तरह नहीं मिला है। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने नीमच के दशहरा मैदान में आयोजित सर्व मेघवंश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। बारिश में भीगने के बावजूद श्री मेघवाल बोलते रहे। लोगों ने भी उन्हें धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि मेघवंशियों को अन्य समुदायों की तुलना में राजनीति में आगे आने के अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने मेघवंशियों को चेताया कि शराब और नोटों के बदले वोट देने की कुप्रथा पर लगाम लगाएँ। देशभर में मेघवंशियों का जनजागरण अभियान चलाया गया है। मेघवंश के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने कहा कि आज भी भारत में 25 करोड़ मेघवंशी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें अपने हक के लिए आगे लाना हमारा उद्देश्य है। मेघवंश के राष्ट्रीय महामंत्री प्यारेलाल रांगोठा ने कहा कि मेघवंश को अपना इतिहास जानना चाहिए। सर्व मेघवंश की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमिला एस कुमार साधौ ने कहा कि समाज में बालिकाओं को शिक्षित करें, उन्हें आगे आने के अवसर दें। समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र परिहार ने मेघवंश को आरक्षण देने, मेघवंश को धर्मशाला एवं छात्रावासों के लिए जमीन आवंटित करने सहित 9 मुद्दों का ज्ञापन पढ़ा, जिसे बाद में केंद्रीय प्रतिनिधियों को सौंपा गया। राष्ट्रीय महासचिव प्रभुलाल चंदेल ने मेघवंश के उत्थान के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। इससे पूर्व सर्व मेघवंश समाज द्वारा नगर में रविवार दोपहर 12 बजे आंबेडकर चौराहे से रैली निकाली गई। मुख्य मार्गों से होती हुई रैली दशहरा मैदान पर सभा में परिवर्तित हुई। रविदास भक्त मंडल उज्जैन द्वारा मीरा के भजनों की प्रस्तुति दी गई। इससे पूर्व मेघ चालीसा का पाठ किया गया। संचालन किशोर जेवरिया ने किया। ।-निप्र link- http://hindi.webdunia.com/webdunia-city-madhyapradesh-neemuch/%E0%A4%B9%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%A2%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A5%9C%E0%A4%A8%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%98%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2-1110919027_1.htm

सोमवार, 19 सितंबर 2011

...सांप चल बसा, नेता हंसता रहा

-सांसद अर्जुन ने चलाए 'तीर' साभार- सांध्य बॉर्डर टाइम्स प्रकाशन तिथि- 19 September 2011 पीलीबंगा। 'एक बार एक सांप ने एक नेता को डसा, सांप चल बसा, नेता हंसता रहा' सांसद एवं अणुव्रत संसदीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक अर्जुन मेघवाल ने कुछ ऐसी पंक्तियों के साथ राजनीति में घटती नैतिकता पर 'तीर' चलाए। साध्वीश्री सोमलता के सान्निध्य में रविवार को हुए जैन श्वेताम्बर तेरापंथी आंचलिक श्रावक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों में नैतिकता बहुत जरूरी है। लोकपाल कमेटी के सदस्य मेघवाल ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का कई बार जिक्र किया। चाणक्य एवं तेरापंथ धर्म संघ को शिखर पर ले जाने वाले आचार्यश्री तुलसी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश की गौरवशाली परम्परा रही है लेकिन भ्रष्टाचार एवं अनैतिकता के कारण शर्म भी आती है। नहीं चलाएं खोटी चवन्नी खोटी बात में प्रतिस्पर्धा को चिंताजनक बतातेे हुए उन्होंने रेलगाड़ी में एक नेता और एक अधिकारी के साथ सफर का किस्सा भी सुनाया। उन्होंने ठहाकों के बीच कहा कि सारे नेता एक जैसे नहीं होते। मेघवाल ने जोर देकर कहा कि वे टेलीफोन ऑपरेटर से कलक्टर और अब देश की सबसे बड़ी पंचायत में प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद बन गए हैं परंतु उनका शुद्ध-सात्विक आचरण से काम करने का प्रण है। शक्ति का संतुलन जरूरी शक्ति के संतुलन को जरूरी बताते हुए मेघवाल ने कहा कि इसके बिना परिणाम अपेक्षित नहीं मिलते। वे लोकपाल बिल संबंधी कमेटी में अणुव्रत की चर्चा अवश्य करेगे। अणुव्रत के माध्यम से समाज को सही दिशा मिल सकती है। उन्होंने कहा कि नेताओं को राजधानी पसंद है। गुरु के प्रति समर्पण को आवश्यक बताते हुए मेघवाल ने 'अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में...' गीत भी सुनाया। यह है अनूठी स्कीम सांसद ने अपनी अनूठी स्कीम का जिक्र करते हुए कहा कि लोकसभा की कार्रवाई देखने के इच्छुक उनके मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क कर दिल्ली आ सकते हैं। वे उन्हें ठहराएंगे, खाना खिलाएंगे, दिल्ली दर्शन करवाएंगे लेकिन भाड़ा उनको खुद भुगतना होगा। संसद में 12 रुपए की खाने की थाली के बारे में उन्होंने कहा कि एक सज्जन आए और बोले कि यह वही थाली है क्या, जिसे खाकर नेता मोटे हो रहे हैं। link- http://www.sandhyabordertimes.com/index.php?option=com_content&view=article&id=7423:2011-09-19-09-32-08&catid=54:sriganganagar&Itemid=89

शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

अर्जुन मेघवाल संसदीय समिति में शामिल

साभार- सांध्य बॉर्डर टाइम्स
प्रकाशन तिथि- 01 September 2011



श्री गंगानगर।
बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल लोकपाल बिल से संबंधित महत्वपूर्ण संसदीय समिति में सदस्य के रूप में लिए गए हैं। उन्होंने गुरुवार को 'सांध्य बॉर्डर टाइम्स' से बातचीत में कहा कि वे समिति की 7 सितम्बर को होने वाली बैठक में अपनी बेबाक राय देंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि जनभावना को पूरा सम्मान मिले। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं चूरू जिला कलक्टर रहे मेघवाल श्रीगंगानगर में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक भी रह चुके हैं। संसद में अपनी सक्रियता के लिए विशिष्ट पहचान रखने और इसके चलते श्रेष्ठ सांसद का सम्मान हासिल करने वाले मेघवाल का कहना था कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन के माध्यम से समाज को दिशा दी है। उन्होंने बताया कि संसदीय समिति का सदस्य बनने के बाद उनके पास अमेरिका से भी एसएमएस आया है। वे लोगों की इस बारे में राय जान रहे हैं और सदा की तरह यही कोशिश रहेगी कि जन भावनाओं को प्रभावी ढंग से आगे तक पहुंचाया जाए।
उल्लेखनीय है कि अन्ना हजारे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी लोकपाल बिल पर विचार करने वाली संसदीय समिति से हट गए हैं। कानून एवं न्याय मामलों की स्थाई समिति का कार्यकाल बुधवार को ही समाप्त हुआ है, अभिषेक मनु सिंघवी इसके अध्यक्ष बने रहेंगे। भाजपा अपने दो सदस्यों डीबी चंद्रगौड़ा एवं हरेन पाठक को समिति में बनाए रखेगी। बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल के अलावा सांसद कीर्ति आजाद को और शामिल किया गया है। बाल आप्टे एवं राम जेठमलानी भी इसमें बने रहेंगे।

link- http://www.sandhyabordertimes.com/index.php?option=com_content&view=article&id=6738:2011-09-01-10-07-39&catid=54:sriganganagar&Itemid=89

गुरुवार, 16 जून 2011

मेघवाल समाज युवा संघर्ष समिति का गठन

बालोतरा
courtsy-Dainik Bhaskar
14/06/11

पादरु स्थित बाबा रामेदव मंदिर में आयोजित मेघवाल समाज की बैठक में मेघवाल समाज युवा संघर्ष समिति का गठन किया गया। भारत मुक्ति मोर्चा बाड़मेर के जिलाध्यक्ष अमराराम राठौड़ ने बताया कि समिति में हुकमाराम राठौड़ को अध्यक्ष, मनोहरलाल को उपाध्यक्ष, देवाराम सचिव, स्वरूपाराम

संगठन सचिव, जीवाराम व रमेश कुमार को संयुक्त सचिव, भट्टाराम परिहार को कोषाध्यक्ष, डूंगराराम

को संगठन मंत्री, खीमाराम को

प्रचार मंत्री व रणछोडऱाम को सलाहकार मनोनीत किया गया। उन्होंने बताया कि समिति के कार्यकर्ताओं ने सामाजिक विकास का संकल्प लिया।

साभार-http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1434122-2184991.html

शनिवार, 12 मार्च 2011

अशिक्षा के अंधेरे से निकलने और शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया

साभार-hamarimati.blogspot.com
प्रकाशन तिथि-February 27, 2011

ओढां

हरियाणा मेघवाल महासभा की बैठक रविवार को ओढ़ां में जीटी रोड पर स्थित बाबा श्रीरामदेवजी मंदिर में आयोजित की गई। जिलाध्यक्ष हनुमान दास पटीर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित प्रदेशाध्यक्ष धन्नादास ऋषि ने बैठक को संबोधित करते इस बैठक को मेघवाल समाज को जागरूक करने का एक अंग बताया। उन्होंने मेघवाल बंधुओं से समाज फैली कुरितियों को दूर करने और अशिक्षा के अंधेरे से निकलने और शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि मेघवाल समाज का आगामी 10 अप्रैल को दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा जिसमें महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्षता गोपाल ढेनवाल मुख्यातिथि होंगे। सेमिनार में उनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री चांदराम, जोगेंद्र मकवाना और कैलाश मेघवाल आदि भी अपने विचार रखेंगे। इस बैठक में इंद्राज धींगड़ा आसाखेड़ा, राजकुमार चौटाला, इंद्राज चौहान रत्ताखेड़ा, बलजिंद्र कलवा साहूवाला, राजेंद्र राठी आसाखेड़ा, नानूराम सिंहमार व लीलूराम पूर्व पंच ओढ़ां सहित समाज के अनेक बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।

http://hamarimati.blogspot.com/2011/02/blog-post_9613.html

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2011

ग्रामीण इकाईयां गठित करने का लिया निर्णय

साभार-ellenabadnews.com
प्रकाशन तिथि-07/02/11

ऐलनाबाद
खंड के गांव भुर्टवाला, मैहना खेडा व उमेदपुरा में मेघवाल महासभा सिरसा के द्वारा बैठकों का आयोजन किया । बैठक की अध्यक्षता डा. हनुमानदास पटीर ने की। इस बैठक में समाज के लोगों को शिक्षा व स्वास्थय के क्षेत्र को बढ़ावा देने, सामाजिक कुरीतियों का पुरजोर विरोध करने का आह्वान किया गया। जिससे समाज की स्थिती सुधर सके। बैठक में ग्रामीण इकाईयां गठित करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर धन्नाराम, जयपाल, हरदयाल नबरदार, भुर्टवाला के पूर्व सरपंच श्योनाथ व मांगेराम नबरदार आदि लोग उपस्थित थे।

link- http://www.ellenabadnews.com/enb/local-news/175-2011-02-07-15-09-36.html

मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011

कुरीतियां छोड़ो, समाज तरक्की करेगा : मेघवाल

साभार-दैनिक भास्कर
प्रकाशन तिथि-01:29(07/02/11)

झुंझुनूं
मेघवंशीय समाज चेतना संस्थान के संस्थापक स्व. बीएल चिराणियां के 56वें जन्मदिवस पर रविवार को आम्बेडकर भवन में मेघवाल महासम्मेलन का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल थे। उन्होंने कहा कि अगर हम समाज की तरक्की चाहते हैं तो समाज में फैली कुरीतियों को छोडऩा होगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मेघवाल समाज के हितों को सुरक्षित रखा जाएगा। शिक्षा मंत्री ने समाज के लोगों से एकजुट होकर आगे बढऩे का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त आईपीएस पीआर जेवरिया ने की। डीडी नोपाराम, सीआर प्रेमी, गुरुदयाल, डीईओ दीपचंद पंवार, कानाराम घुघरवाल, सुमन चिराणियां, रामेश्वरलाल कल्याण, प्रांतीय महासचिव मदनलाल दुदवाल बतौर विशिष्ट अतिथि मंचस्थ थे। समारोह में प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम के तहत 57 विद्यार्थियों, रक्तदान के लिए 21 युवकों तथा विभिन्न क्षेत्रों विशिष्ट सेवाओं के लिए कवियों, लेखकों आदि का सम्मान किया गया। रामेश्वरलाल कल्याण, मदनलाल दुदवाल, रामनिवास भूरिया, भागीरथ नेमीवाल, सुरेश चितौसा, जोरावरसिंह, भाताराम, नोरंगलाल, राजेश हरिपुरा, रामेश्वरलाल सेवार्थी, बनेश्वरी आर्य, सहीराम तुंदवाल, प्यारेलाल, दयाराम आदि ने भी विचार व्यक्त किए। मेघवाल समाज के शिक्षकों ने चांदी का मुकुट व तलवार भेंटकर शिक्षामंत्री का स्वागत किया। महासम्मेलन में दूर-दराज से आए समाज के लोगों ने संकल्प लिया कि औरत के पार्थिव शरीर पर केवल एक ही चुनरी ओढ़ाएंगे। मुकाण में जाने वाली औरतें न तो कपड़ा लाएंगी और ना ही देंगी। टीका, समठुणी, छुछक में दी जाने वाली रकम का कोई दिखावा नहीं किया जाएगा और ना ही इसकी कोई घोषणा की जाएगी।

Link- http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1183188-1825687.html

मुख्यमंत्री ने पीडित परिवार को दो लाख आठ हजार रुपये की सहायता स्वीकृत की

साभार-lakesparadise.com
प्रकाशन तिथि-8 feb 2011

जयपुर
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बाडमेर के जूंझाराम मेघवाल के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो लाख आठ हजार रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 4 फरवरी को जब बाडमेर जिले की एक दिवसीय यात्रा पर आये थे तब बाडमेर के रूघाराम मेघवाल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करके मांग की कि उसका पुत्र जूंझाराम मेघवाल 29 दिसम्बर 2010 को बिजली का करण्ट लगने से मर गया है तथा घर में कमाने वाला कोई नहीं है। इसलिये उसके परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाये। इस पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र कार्यवाही करने का भरोसा दिलवाया।
मुख्यमंत्री ने आज जयपुर में जूंझाराम के परिवार को 2 लाख 8 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने को स्वीकृति प्रदान की। जिला कलक्टर बाडमेर द्वारा पहले ही इस परिवार को 20 हजार रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जा चुकी है।

link- http://www.lakesparadise.com/hindi/jaipur-news_111990.html

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2011

रघुनाथ पीर धुणी पर 7 फरवरी से दो दिवसीय मेला

मेला की तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी सौंपी
साभार-दैनिक भास्कर
प्रकाशन तिथि-2 feb 2011

देसूरी
मेघवाल समाज महासभा विकास न्यास ट्रस्ट के तत्वावधान में निकटवर्ती ढालोप गांव स्थित श्री रघुनाथ पीर धुणी पर 7 फरवरी से दो दिवसीय मेला भरा जाएगा। मेले को लेकर आयोजन कमेटी द्वारा मंगलवार को समाज के सदस्यों को विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई। विकास न्यास ट्रस्ट अध्यक्ष जोराराम आदरा ने बताया कि मेले के प्रथम दिन सात फरवरी को रात में भजन संध्या आयोजित की जाएगी, जिसमें राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक शिरकत कर अपनी गायकी का जलवा बिखेरेंगे। भजन संध्या के दौरान उपस्थित अतिथियों का स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा। दूसरे दिन आठ फरवरी को धूमधाम से चादर एवं ध्वजा चढ़ाई जाएगी।

link- http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1170178-1809656.html

बुधवार, 2 फ़रवरी 2011

बलकौर सिंह बने कालांवाली मेघवाल महासभा के अध्यक्ष

साभार-रामा टाइम्स
प्रकाशन तिथि-February 2nd 2011

कालांवाली
मेघवाल महासभा कालांवाली का चुनाव स्थानीय मेघवाल धर्मशाला में डा. हरबंस लाल लीलड़ अध्यक्ष मेघवाल सभा पंजाब, धन्नाराम ऋषि अध्यक्ष मेघवाल सभा हरियाणा, हनुमान दास पटीर अध्यक्ष जिला सिरसा की देखरेख में हुआ। इस चुनाव में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सदस्य बलकौर सिंह कालांवाली को प्रधान, फूल सिंह मुक्तसरिया

व अमर सिंह जौरसिया को उपप्रधान, गुरतेज सिंह सोढ़ी को कोषाध्यक्ष, रामकुमार को सदस्य, कृष्ण कुमार भाटिया को प्रचार सचिव, पवन कुमार जौरसिया को सह सचिव, डा. संतराम को संगठन सचिव, बृज लाल सूड़ा को सलाहकार मनोनीत किया गया।
इस बैठक में मेघवाल सभा के चुनाव के अलावा कई अन्य निर्णय भी लिए गए जिनमें मेघवाल समाज द्वारा मृत्यु भोज को बंद करना, जाति का वर्गीकरण समाप्त करना, चमार शब्द के स्थान पर मेघवाल शब्द का प्रयोग करना जोकि उच्चतम न्यायालय द्वारा बदला गया है। डा. हरबंस लाल लीलड ने कहा कि सभी मेघंवशियों को जाति प्रमाण पत्र बनवाते समय अपनी मेघवाल जाति ही लिखवानी चाहिए जोकि अनुसूचित जाति की सूची में क्रमांक 24 पर दर्ज है।

लिंक- http://ramatimes.com/?p=14644

गुरुवार, 27 जनवरी 2011

मेघवाल समाज का संभागीय सम्मलेन उदयपुर में होगा

साभार-दैनिक भास्कर
प्रकाशन तिथि-24/01/11)

बिछीवाड़ा
मेघवाल समाज कर्मचारी संघ की बैठक रविवार को भुवनेश्वर शिवालय में हुई। मुख्य अतिथि विधायक लालशंकर घाटिया, विशिष्ट अतिथि कांग्रेस जिलाध्यक्ष शंकर यादव, अध्यक्ष प्रधान देवराम रोत थे। संरक्षक नारायण यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। बारा समाज अध्यक्ष कारीलाल यादव ने समाजजनों का माल्यार्पण से स्वागत किया। इस अवसर पर संभाग स्तरीय सम्मेलन उदयपुर में करने का निर्णय लिया गया। बैठक को गटूलाल यादव, अर्जुनलाल, मोहनलाल, हीरालाल आदि ने संबोधित किया। संचालन लालशंकर यादव ने किया व आभार नटवरलाल ने माना।

लिंक-http://bollywood.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1135386-1761772.html

शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

10 बीघा जमीन हमारी, हक लेकर रहेंगे

साभार-राजस्थान पत्रिका
प्रकाशन तिथि- Jan 20, 2011

बाड़मेर
मेघवाल समाज, संत श्री धारू मेघ समाधि स्थल एवं स्वामी लू्म्बनाथ का धूणा विकास संस्थान मेवानगर के बैनर तले बुधवार को जिला मुख्यालय पर निकली रैली में हजारों लोग शरीक हुए। इसके बाद जिला कलक्ट्रेट के सामने हुई सभा में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि संत श्री धारू मेघ समाधि स्थल के लिए दस बीघा जमीन को लेकर रहेंगे। सभा को मेघवाल समाज के संतों व समाज के मुखियाओं ने संबोधित किया।

सभा को संबोधित करते हुए चंचल प्रागमठ बाड़मेर के गादीपति महंत शंभूनाथ सैलानी ने कहा कि हमारी पुश्तैनी कब्जासुदा दस बीघा भूमि का आबंटन हम लेकर रहेंगे,चाहे इसके लिए कितना ही संघर्ष करना पड़े। मेघवाल समाज और हम साधु संत पीछे हटने वाले नहीं है। पूर्व विधायक मोटाराम मेघवाल, समासेवी आदूराम मेघवाल, अमराराम राठौड़, मोतीराम मेणसा, खण्डप के महाराज आत्मानंद, समाजसेवी मूलाराम, अर्जुन मेघवाल, केवलचंद बृजवाल, भोजाराम मंगल ने संबोधित करते हुए एक स्वर में कहा कि सामाजिक एकता और संगठन की भावना को बताते हुए इस मुद्दे को उठाया गया है। यदि जमीन नहीं मिलती है तो यह समाज का अपमान होगा और इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गांव-गांव से आए लोग

प्रदर्शन में समाज के गांव गांव के लोगों को जोड़ा गया और उनकी उपस्थिति पर संतों ने आभार व्यक्त किया। समाज स्तर पर एकता की बात कहते हुए वक्ताओं ने जरूरत पड़ने फिर लोगों को तैयार रहने की बात कही। प्रदर्शन स्थल पर समाज के लोगों भजनों की सरिता से शुरूआत की। नारेबाजी और हुल्लड़ करने की बजाय इन्होंने पहले भजन किए,इसके बाद संतों का स्वागत किया और संतों ने समाज के आराध्यों की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। अलग तरीके से चले इस विरोध को राह चलते लोग भी देखते नजर आए।

ज्ञापन सौंपा

संस्थान के अमराराम राठौड़, कानाराम, डायाराम, मांगीलाल पारंगी, खीमाराम परमार, बंशीलाल सोलंकी, ईसराराम, बाबूराम, मोहनलाल सोलंकी, ओमप्रकाश परमार सहित अन्य की मौजूदगी में अतिरिक्त जिला कलक्टर सभा स्थल पर पहुंचे। अतिरिक्त जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम का संचालन हरिराम जसोल ने किया।

लिंक-http://www.patrika.com/news.aspx?id=517168

शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

राजनीति में अपनाएं अणुव्रत का सिद्धांत

तेरापंथ भवन में अणुव्रत संसदीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक एवं बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने कहा
साभार-दैनिक नवज्योति
प्रकाशन तिथि-10 Jan 2011 04:16

बीकानेर
सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि राजनीति में अणुव्रत का सिद्धांत स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के लोगों समस्याओं के समाधान करने की कोशिश में जुटे हैं। वे गुवाहटी में आयोजित अपने अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस वर्ष में वे लगभग 50 सांसदों को अणुव्रत संसदीय मंच जोड़ेंगे। इस दौरान प्रवासी राजस्थानियों ने उनसे दिल्ली-बीकानेर, गुहावटी बीकानेर के मध्य ज्याद रेलगाड़ियां चलाने, बीकानेर को शीघ्र हवाई सेवा का लाभ दिलाने का निवेदन किया। सांसद ने सभी राजस्थानियों की भवनाओं की कद्र का भरोसा दिलाया। गुवाहटी के तेरापंथ भवन में अणुव्रत संसदीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक एवं बीकानेर सांसद होने के नाते अर्जुनराम मेघवाल का लगभग 30 सामाजिक संस्थाएं एवं व्यपारिक संगठनों की ओर से अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के आगज में मंजू भंसाली एवं सुनीता गुजराती के मंगलाचरण से हुआ। तेरापंथी सभा के पूर्व मंत्री विजय सिंह डागा ने सांसद का परिचय पढ़ा। अभिनंदन समारोह में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद, अणुव्रत समिति, मारवाड़ी सम्मेलन, श्री गुहावटी गौशाला, नोखा नागरिक परिषद, साधुमार्गी जैन श्रावक संघ, समता महिला समिति, समता युवा संघ, गुवाहटी सेन्टिरी हार्डवेयर मचेन्टस, आसाम चैम्बर आॅफ इंटर स्टेट, आसाम वैद्यनाथ कावड़िया सेवा समिति, मारवाड़ी युवा मंच, जैन श्वेताम्बर मंदिर मार्गी सघ, तोलाराम बाफना आर्टिफिसीयन लिम्स एंड केलीयर सेन्टर सहित अनेक संगठन शामिल थे। इस मौके पर तेरापंथ महिला मंडल की रंजू बरड़िय, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष रमेश जम्मड़ एवं अणुव्रत समिति के मंत्री निर्मल सामसुखा, अखिल भारतीय विप्र महासभा के उपाध्यक्ष कन्हैयाला सारस्वत, सुदीप बैद, राजेश जैन, दिलीप कुमार लाटा, महावीर सारस्वत आदि अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

गुरुवार, 13 जनवरी 2011

मेघवाल समाज की बैठक

साभार-दैनिक भास्कर
प्रकाशन तिथि-01:11(13/01/11)

बालोतरा
श्री धारू मेघ समाधि स्थल व स्वामी लूंबनाथ का धूणा विकास संस्थान की मांगों के संबंध में रंजीत आश्रम में मेघवाल समाज की बैठक का आयोजन संस्थान अध्यक्ष अमराराम राठौड़ की अध्यक्षता में हुआ। राठौड़ ने बताया कि संस्थान की मांगों के संबंध में १९ जनवरी को बाड़मेर में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोजन को सफल बनाने को लेकर कार्यकर्ता जुटे हुए हंै। उन्होंने बताया कि इस संबंध में भंवरलाल भाटी को बालोतरा शहर, बाबूलाल को वरिया किटपाला, सिणली व तिलवाड़ा, खीमाराम परमार व डायाराम सोढ़ा को जसोल, बंशीलाल सोलंकी को दाखां व जागसा, अमराराम राठौड़ को पचपदरा, खेड़, कलावा, जेरला, पाटोदी, कालूराम ठेकेदार को बालोतरा, कानाराम इंद्राणा को सिवाना व मानाराम परिहार को विशेष संपर्क का प्रभार दिया गया है।

लिंक-http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1125875-1749701.html

"शिक्षामंत्री पद कांटों भरा ताज"

मेघवाल समाज निर्देशिका का विमोचन एवं प्रतिभा समान समारोह
साभार-राजस्थान पत्रिका
प्रकाशन तिथि-Jan 12, 2011

उदयपुर
शिक्षामंत्री का पद काटों का ताज है लेकिन इस पद पर काम करते हुए पिछले दो सालों में शिक्षा विभाग में जितने परिवर्तन हुए हैं वह किसी भी शिक्षामंत्री के कार्यकाल में नहीं हुए। यह विचार शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल ने रविवार को देवाली में आयोजित मेघवाल समाज निर्देशिका के विमोचन एवं प्रतिभा समान समारोह में व्यक्त किए ।

उन्होंने दोहराया कि शीघ्र ही तृतीय, द्वितीय श्रेणी सहित शिक्षा विभाग में करीब 75 हजार से अधिक भर्तियां होने जा रहीं हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने कहा कि मंजिल प्राप्ति के लिए किसी भी वर्ग को संगठित होकर आगे बढ़ना होगा। इस अवसर पर अतिथियों ने निर्देशिका का विमोचन किया व विभिन्न प्रतिभाओं को सम्मानित किया। समारोह को भीलवाड़ा जिला प्रमुख सुशीला सालवी, राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल गहलोत, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, समाजसेवी शंकरलाल यादव (डूंगरपुर) ने भी संबोधित किया।

लिंक-http://www.patrika.com/news.aspx?id=510227

रविवार, 9 जनवरी 2011

मेघवाल समाज का विवाह 26 फरवरी को

समाचार स्रोत-http://chhotikashi.com
प्रकाशन तिथि-(08/01/11)

बीकानेर
मेघवाल समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति बीकानेर के तत्वावधान में मेघवाल समाज का द्वितीय सामूहिक विवाह समारोह 26 फरवरी, शनिवार को राजस्व विश्राम भवन में आयोजित होगा।

सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले जोड़ों का पंजीकरण कार्य तेज गति से चल रहा है। शामिल होने वाले जोड़ों का पंजीकरण 10 फरवरी तक करवाया जा सकता है। सम्मेलन के प्रभारी काशीराम मेघवाल ने समाज-बन्धुओं से अपील करते हुए कहा कि समाज में बढ़ रही दहेज देने की होड़ से आम आदमी आर्थिक दृष्टि से कमजोर होता जा रहा है। समाज में छोटे-बडे क़ा भेद मिटाकर समाज को प्रगति के पथ पर लाने हेतू समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आगे आकर अपने बच्चों की शादीयां सामूहिक विवाह में करने का आह्वान किया। विवाह को सफल एवं ऐतिहासिक बनाने के लिए काशीराम, भंवरलाल, आदूराम कडेला, राजकुमार हटीला, लीलाधर, हेतराम पड़िहार, मगनलाल, अखाराम, केशरीचन्द परिहार आदि समाज के लोगों से गांव-गांव जाकर जनसम्पर्क कर सामूहिक विवाह समारोह को सफल बनाने हेतु तन, मन, धन से सहयोग करने की समाज से अपील की।

Link- http://chhotikashi.com/?p=20985

शनिवार, 8 जनवरी 2011

मेघवाल समाज की बैठक कल

समाचार स्रोत-दैनिक भास्कर
प्रकाशन तिथि-01:32(08/01/11)

सांचौर
मेघवाल समाज विकास समिति की मासिक बैठक रविवार को गणेशनाथ महाराज के सानिध्य में शिवनाथ मठ में होगी। समिति के उपाध्यक्ष प्रभुराम परमार ने बताया कि बैठक में समाज सुधार, बालिका शिक्षा, सामाजिक कुरूतियों को मिटाने संबंधी मुद्दों पर विचार विमर्श होगा।

Link- http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1113009-1734124.html

शुक्रवार, 7 जनवरी 2011

कुरीतियां छोडो, आगे बढो

समाचार स्रोत-www.pressnote.in
प्रकाशन तिथि-28 Dec, 09 12:37

बीकानेर। मेघवाल समाज में व्याप्त कुरीतियों को त्यागने के लिए सार्दुल क्लब मैदान में रविवार को मेघवंशीय समाज चेतना संस्थान के तत्वावधान में महासम्मेलन आयोजित हुआ। सुषमा चिराणियां ने झण्डारोहण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। महासम्मेलन में बीकानेर सहित विभिन्न जिलों से आए हजारों लोगों ने कुरीतियों को छोडने का संकल्प लिया।
इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों से जुडे जनप्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे। महासम्मेलन में संस्थान के प्रदेश संयोजक रामेश्वर लाल कल्याण ने कहा कि जिस समाज ने कुरीतियां छोड दी वह आज अग्रसर हैं। कल्याण ने संस्थान की प्रगति रिपोर्ट भी पेश की। महासचिव मदन दुदवाल ने कहा कि जब तक मृत्युभोज, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीति रहेंगी समाज पिछडा ही गिना जाएगा। सम्भागीय संंयोजक कानाराम घूंघरवाल व वाणिज्य कर अधिकारी पन्नालाल मेघवाल ने कहा कि अब हमें कुरीतियों को उखाड फेंकना है। महासम्मेलन की मेघवंश समाज स्नेह मिलन संस्था, राजस्थान अम्बेडकर शिक्षक संघ, मौहल्ला विकास समिति बडी जस्सोलाई, राजस्थान मेघवाल समाज, राष्ट्रीय दलित मोर्चा आदि संगठनों के पदाधिकारियों ने सराहना की है।

महासम्मेलन में भाग लेने समाज की महिलाएं मंगल गीत गाती पहुंची। लोग उत्साहित नजर आए। प्रवक्ता मनोज भद्रवाल ने बताया कि सम्मेलन में राज्य के सभी जिलों से समाज के प्रतिनिधि पहुंचे। महिलाओं की अच्छी भागीदारी रही।

महासम्मेलन में पुष्पलता मण्डाल, सुमन चिराणिया, डॉ. विमला डुकवाल, के.आर. मेघवाल, नेवेयली के मुख्य प्रबंधक आम्बाराम इणखिया, मेडता सिटी के विधायक सुखाराम मेघवाल, मास्टर सतवीर, संत विजयानन्द , जुगल हटीला, कानाराम, राजकुमार चन्दन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मदन गोपाल मेघवाल, राजकुमार चन्दन आदि ने विचार व्यक्त किए। समापन पर भजन मण्डली ने कुरीतियों को छोडने के लिए प्रेरित किया। महासम्मेलन में आई महिलाओं और पुरूषों ने हाथ खडा कर कुरीतियां छोडने का संकल्प जताया निगरानी समितियों का होगा गठन मेघवंशीय समाज चेतना संस्थान के महासचिव व बिक्रीकर उपायुक्त मदन दुदवाल ने कहा कि भविष्य में मृत्यु भोज नहीं हो इसके लिए निगरानी कमेटियाें का गठन होगा। इस सम्बन्ध में 3 जनवरी को बिश्नोई धर्मशाला में बैठक होगी।

महासम्मेलन में सांसद अर्जुन मेघवाल,खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, पूर्व सांसद जमना बारूपाल ,कांग्रेस नेता सुषमा बारूपाल आदि मंच की बजाय जनता के साथ बैठे दिखे। संस्थान के पदाधिकारियों के आग्रह पर सांसद मेघवाल ने अपने सम्बोधन में महासम्मेलन को ऎतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि समाज की कमजोरियों को दूर करना होगा। मेघवाल ने युवा पीढी को संगठित, संस्कारित व शिक्षित बनने के लिए पे्ररित किया। पूर्व सांसद जमना बारूपाल ने महिला शिक्षा पर जोर दिया।

Link- http://www.pressnote.in/कुरीतियां-छोडो-आगे-बढो_62243.html