मंगलवार, 30 नवंबर 2010

मेघवाल जाति की दो बारातो को रोकने का प्रयास

साभार-प्रेसनोट
01 Dec, 10 10:29

डूंगला। डूंगला थाना क्षेत्र के फलोदड़ा ग्राम में सोमवार रात कुछ लोगों ने मेघवाल जाति की दो बारातो को रोकने का प्रयास किया। बाद में पुलिस संरक्षण में बिंदौली निकाली गई। पुलिस ने इस प्रकरण में ग्यारह जनों को शांतिभंग की आशंका में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार फलोदड़ा निवासी खूबचंद मेघवाल ने रिपोर्ट दी कि सोमवार रात्रि में उसकी दो पुत्रियों के लिये सेठवाना गांव से बाराते आई।

करीब नौ बजे बाराते तोरण के लिए रवाना हुई कि गांव के डाल चंद, मंशापुरी, राधेश्याम, उंकार लाल, अशोक, राजेन्द्र, केशुराम रावत, बंशी लाल, कैलाश, बाबरू, पूरण, बाबू, अम्बा लाल, सुरेश, राजू रावत, मोहन लाल, शंकर रावत, राम लाल रावत आदि लाठी, पत्थर व धारदार हथियारों के साथ आ धमके और बिंदोली का रास्ता रोककर बारातियों को जातिगत गालियां देने लगे। इन लोगो ने बारात को आगे नहीं बढ़ने दिया और मारपीट पर उतारू हो गए। बैण्डबाजो से तोड़फोड़ की।

सूचना पर थानाधिकारी भगवानलाल बुनकर, उपखण्ड अधिकारी भवानी सिंह राठौड़ और तहसीलदार जगदीश प्रसाद गर्ग मौके पर पहंुचे। बाद में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी, उपाधीक्षक सत्यनारायण कन्नोजियां, मंगलवाड़ थानाधिकारी मांगी लाल डांगी, बड़ीसादड़ी थानाधिकारी रड़मल सिंह व जिला मुख्यालय से अतिरिक्त जाप्ता भी पहंुचा व दुल्हो की बिन्दौली निकलवाई।

मंगलवार को बारातों की विदाई तक पुलिस व प्रशासनिक अघिकारी गांव में डटे रहे। इस बीच, पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में फलोदड़ा निवासी रामेश्वर मीणा, सत्यनारायण शर्मा, डाल चंद शर्मा, शिवनारायण पाटीदार, गौरी लाल नाई, मोहन लाल रावत, बाबू कुम्हार, बगदी राम नाई, राम चंद्र शर्मा, उंकार लाल बुनकर तथा मदन लाल कुल्मी को गिरफ्तार किया हैं।


link-http://www.pressnote.in/chittorgarh-news_101820.html

मेघवाल समाज की कार्यकारिणी गठित

साभार-दैनिेक भास्कर
2:05 AM 26/11/2010

सागवाड़ा|मेघवाल समाज सागवाड़ा ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन गुरुवार को प्रदेशाध्यक्ष के निर्देश पर जिलाध्यक्ष लालशंकर यादव ने किया। ब्लॉक कार्यकारिणी में धुलजी परमार ओबरी को अध्यक्ष, रतनलाल यादव सरोदा को उपाध्यक्ष, लक्ष्मणलाल यादव भासौर को मंत्री, मुकेश यादव वरदा को संगठन मंत्री, वेसात यादव भीलूड़ा को प्रचार मंत्री, धुलजी यादव सागवाड़ा को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है साथ ही नंदोड़ के केशु मेघवाल, कोकापुर के कारूलाल मेघवाल, सेमलिया पंड््या के विनोद मेघवाल व खुमानपुर के गोवनजी मेघवाल को सदस्य व सलाहकार बनाया गया।


लिंक-http://bollywood.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-1000838-1587275.html

कुरीतियों के खिलाफ करें संघर्ष: मेघवाल

साभार-राजस्थान पत्रिका
Monday, 22 Nov 2010 11:16:13 hrs IST

सादुलपुर। निर्माणधीन दलित छात्रावास प्रांगण में रविवार को हुए दलित समाज सम्मान समारोह में जिले भर से आए समाज के लोगों ने समाज के विकास में भागीदारी निभाने का संकल्प किया।

कार्यक्रम में भामाशाह हरिसिंह चाहर ने चार दिवारी निर्माण का शिलान्यास किया। बीकानेर के सांसद अर्जुन मेघवाल ने कहा कि डा.भीमराव अम्बेडकर के आदर्श और सिद्धान्तों को अपनानकर तथा समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाकर समाज के विकास में भागीदारी निभाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से आज तक दलित समाज को हक और अघिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है। जिसका मुख्य कारण अशिक्षा तथा प्रभावशाली लोगों का दवाब है। मेघवाल ने कहा कि समाज को जो हथियार बाबा साहेब ने प्रदान किया है उसे कभी काम में ही नहीं लिया गया। यही कारण है कि समाज विकास की बजाय उपेक्षित है। भामाशाह हरिसिंह चाहर ने दलित छात्रावास की चार दिवारी निर्माण में ढाई लाख रूपए की सहायता तथा दो कमरे मय बरामदा निर्माण करने की घोषणा की।
भामाशाह हाजी अलीशेर कुरैशी ने भी मदद का आश्वासन दिया।

एडीएम बीएल मेहरड़ा, नगरपालिका अध्यक्ष नन्दकिशोर मरोदिया, सहायक अभियंता शादीराम गोठवाल, जिप सदस्य निर्मला सिंघल, काशीराम मेघवाल, डा. जय लखटकिया, डा. मोहनलाल मीणा, विनोद चावरिया, केएल घुंघरवाल, बाबूलाल खटीक, एसआर माहिच, पालाराम जिन्दल, बनवारीलाल मीणा, महासिंह नायक तथा हजारीलाल इन्दौरा आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

सुखदेवाराम ने कमरा निर्माण, तनपुरा के सरपंच सुभाष सूडा ने 21 हजार, ताराचन्द गोठवाल ने 11 हजार, रामकिशन गोठवाल 51 सौ तथा धर्मपाल बालानिया एवं दयानन्द बालानिया ने 21 हजार रूपए छात्रावास निर्माण में देने की घोषणा की। कार्यक्रम में सांसद मेघवाल की धर्मपत्नी कान्हादेवी का अभिनन्दन किया गया। भामाशाह चाहर को लड्डूओं से तोला गया। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी ओमप्रकाश हमीरवास ने किया।


लिंक-www.rajasthanpatrika.com/news/Churu/11222010/.../81665

बैठक में मृत्यु भोज का किया विरोध

साभार-लहू की लौ ब्लॉग
29 November 2010

डबवाली (लहू की लौ) मेघवाल महासभा की एक बैठक रविवार को बाबा रामदेव मंदिर धर्मशाला में हुई। जिसकी अध्यक्षता हल्का मलोट के पूर्व एमएलए नत्थू राम ने की।

बैठक को मेघवाल सभा श्री गंगानगर के अध्यक्ष अभय सिंह, पूर्व अध्यक्ष कांशी राम चौहान, मेघवाल महासभा हरियाणा के धन्ना दास ऋषि, लीलू राम मेघवाल सदस्य अखिल भारतीय मेघवाल महासभा, बुध राम जिला परिषद सदस्य, मास्टर किशन चन्द्र गंगा, आत्मा राम सुढा चौटाला, चानन सिंह ब्लाक अध्यक्ष औढ़ां, राजेन्द्र राठी ब्लाक अध्यक्ष डबवाली, इन्द्राज सिंह मेघवाल, बलकौर सिंह, राजा राम आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में मेघवाल समाज के सदस्यों को संगठित होने का आह्वान किया। समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा खोरी तथा मृत्यु भोज जैसी बुराई को खत्म करने की शपथ दिलाई।

कौन हैं मेघवाल

इन्द्राज सिंह मेघवाल ने मेघवालों के संदर्भ में बताया कि मेघवालों के वंशज मेघ ऋषि हैं। जिन्होंने सर्वप्रथम कपड़ा तैयार किया। कुछ समय पूर्व इन्हें चमार (चमड़ा प्रयोग करने वाले) कहकर पुकारा जाता था। लेकिन मेघवालों का कार्य चमड़े का न होकर कपड़ा बनाना है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी चमार को अपमानित शब्द की संज्ञा दी है। इस प्रकार अब उनके जाति प्रमाण पत्रों में चमार की अपेक्षा मेघवाल शब्द का प्रयोग होने लगा है। मेघवाल अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं। पूरे भारत में इनकी संख्या तकरीबन 10 करोड़ है। जिनमें से करीब 15 लाख मेघवाल हरियाणा राज्य में रहते हैं।


लिंक- http://lahookilau.blogspot.com/2010/11/blog-post_29.html