गुरुवार, 22 सितंबर 2011

हक के लिए ढंग से लड़ना होगा : मेघवाल

साभार- webdunia.com प्रकाशन तिथि- 19 सितंबर 2011 नीमच,
राजनीतिक दलों ने अपने लाभ के लिए दलितों का भरपूर उपयोग किया है। दलित समाज आज भी याचक की भूमिका में खड़ा है। आरक्षण देने मात्र से दलितों का भला नहीं हो गया। अब कमजोर तबकों को उठकर अपने हक के लिए सही ढंग से लड़ाई लड़ना होगी। दलितों को सामाजिक न्याय पूरी तरह नहीं मिला है। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने नीमच के दशहरा मैदान में आयोजित सर्व मेघवंश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। बारिश में भीगने के बावजूद श्री मेघवाल बोलते रहे। लोगों ने भी उन्हें धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि मेघवंशियों को अन्य समुदायों की तुलना में राजनीति में आगे आने के अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने मेघवंशियों को चेताया कि शराब और नोटों के बदले वोट देने की कुप्रथा पर लगाम लगाएँ। देशभर में मेघवंशियों का जनजागरण अभियान चलाया गया है। मेघवंश के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने कहा कि आज भी भारत में 25 करोड़ मेघवंशी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें अपने हक के लिए आगे लाना हमारा उद्देश्य है। मेघवंश के राष्ट्रीय महामंत्री प्यारेलाल रांगोठा ने कहा कि मेघवंश को अपना इतिहास जानना चाहिए। सर्व मेघवंश की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमिला एस कुमार साधौ ने कहा कि समाज में बालिकाओं को शिक्षित करें, उन्हें आगे आने के अवसर दें। समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र परिहार ने मेघवंश को आरक्षण देने, मेघवंश को धर्मशाला एवं छात्रावासों के लिए जमीन आवंटित करने सहित 9 मुद्दों का ज्ञापन पढ़ा, जिसे बाद में केंद्रीय प्रतिनिधियों को सौंपा गया। राष्ट्रीय महासचिव प्रभुलाल चंदेल ने मेघवंश के उत्थान के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही। इससे पूर्व सर्व मेघवंश समाज द्वारा नगर में रविवार दोपहर 12 बजे आंबेडकर चौराहे से रैली निकाली गई। मुख्य मार्गों से होती हुई रैली दशहरा मैदान पर सभा में परिवर्तित हुई। रविदास भक्त मंडल उज्जैन द्वारा मीरा के भजनों की प्रस्तुति दी गई। इससे पूर्व मेघ चालीसा का पाठ किया गया। संचालन किशोर जेवरिया ने किया। ।-निप्र link- http://hindi.webdunia.com/webdunia-city-madhyapradesh-neemuch/%E0%A4%B9%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%A2%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A5%9C%E0%A4%A8%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%98%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2-1110919027_1.htm

सोमवार, 19 सितंबर 2011

...सांप चल बसा, नेता हंसता रहा

-सांसद अर्जुन ने चलाए 'तीर' साभार- सांध्य बॉर्डर टाइम्स प्रकाशन तिथि- 19 September 2011 पीलीबंगा। 'एक बार एक सांप ने एक नेता को डसा, सांप चल बसा, नेता हंसता रहा' सांसद एवं अणुव्रत संसदीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक अर्जुन मेघवाल ने कुछ ऐसी पंक्तियों के साथ राजनीति में घटती नैतिकता पर 'तीर' चलाए। साध्वीश्री सोमलता के सान्निध्य में रविवार को हुए जैन श्वेताम्बर तेरापंथी आंचलिक श्रावक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों में नैतिकता बहुत जरूरी है। लोकपाल कमेटी के सदस्य मेघवाल ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का कई बार जिक्र किया। चाणक्य एवं तेरापंथ धर्म संघ को शिखर पर ले जाने वाले आचार्यश्री तुलसी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश की गौरवशाली परम्परा रही है लेकिन भ्रष्टाचार एवं अनैतिकता के कारण शर्म भी आती है। नहीं चलाएं खोटी चवन्नी खोटी बात में प्रतिस्पर्धा को चिंताजनक बतातेे हुए उन्होंने रेलगाड़ी में एक नेता और एक अधिकारी के साथ सफर का किस्सा भी सुनाया। उन्होंने ठहाकों के बीच कहा कि सारे नेता एक जैसे नहीं होते। मेघवाल ने जोर देकर कहा कि वे टेलीफोन ऑपरेटर से कलक्टर और अब देश की सबसे बड़ी पंचायत में प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद बन गए हैं परंतु उनका शुद्ध-सात्विक आचरण से काम करने का प्रण है। शक्ति का संतुलन जरूरी शक्ति के संतुलन को जरूरी बताते हुए मेघवाल ने कहा कि इसके बिना परिणाम अपेक्षित नहीं मिलते। वे लोकपाल बिल संबंधी कमेटी में अणुव्रत की चर्चा अवश्य करेगे। अणुव्रत के माध्यम से समाज को सही दिशा मिल सकती है। उन्होंने कहा कि नेताओं को राजधानी पसंद है। गुरु के प्रति समर्पण को आवश्यक बताते हुए मेघवाल ने 'अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में...' गीत भी सुनाया। यह है अनूठी स्कीम सांसद ने अपनी अनूठी स्कीम का जिक्र करते हुए कहा कि लोकसभा की कार्रवाई देखने के इच्छुक उनके मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क कर दिल्ली आ सकते हैं। वे उन्हें ठहराएंगे, खाना खिलाएंगे, दिल्ली दर्शन करवाएंगे लेकिन भाड़ा उनको खुद भुगतना होगा। संसद में 12 रुपए की खाने की थाली के बारे में उन्होंने कहा कि एक सज्जन आए और बोले कि यह वही थाली है क्या, जिसे खाकर नेता मोटे हो रहे हैं। link- http://www.sandhyabordertimes.com/index.php?option=com_content&view=article&id=7423:2011-09-19-09-32-08&catid=54:sriganganagar&Itemid=89

शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

अर्जुन मेघवाल संसदीय समिति में शामिल

साभार- सांध्य बॉर्डर टाइम्स
प्रकाशन तिथि- 01 September 2011



श्री गंगानगर।
बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल लोकपाल बिल से संबंधित महत्वपूर्ण संसदीय समिति में सदस्य के रूप में लिए गए हैं। उन्होंने गुरुवार को 'सांध्य बॉर्डर टाइम्स' से बातचीत में कहा कि वे समिति की 7 सितम्बर को होने वाली बैठक में अपनी बेबाक राय देंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि जनभावना को पूरा सम्मान मिले। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं चूरू जिला कलक्टर रहे मेघवाल श्रीगंगानगर में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक भी रह चुके हैं। संसद में अपनी सक्रियता के लिए विशिष्ट पहचान रखने और इसके चलते श्रेष्ठ सांसद का सम्मान हासिल करने वाले मेघवाल का कहना था कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किए गए आंदोलन के माध्यम से समाज को दिशा दी है। उन्होंने बताया कि संसदीय समिति का सदस्य बनने के बाद उनके पास अमेरिका से भी एसएमएस आया है। वे लोगों की इस बारे में राय जान रहे हैं और सदा की तरह यही कोशिश रहेगी कि जन भावनाओं को प्रभावी ढंग से आगे तक पहुंचाया जाए।
उल्लेखनीय है कि अन्ना हजारे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी लोकपाल बिल पर विचार करने वाली संसदीय समिति से हट गए हैं। कानून एवं न्याय मामलों की स्थाई समिति का कार्यकाल बुधवार को ही समाप्त हुआ है, अभिषेक मनु सिंघवी इसके अध्यक्ष बने रहेंगे। भाजपा अपने दो सदस्यों डीबी चंद्रगौड़ा एवं हरेन पाठक को समिति में बनाए रखेगी। बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल के अलावा सांसद कीर्ति आजाद को और शामिल किया गया है। बाल आप्टे एवं राम जेठमलानी भी इसमें बने रहेंगे।

link- http://www.sandhyabordertimes.com/index.php?option=com_content&view=article&id=6738:2011-09-01-10-07-39&catid=54:sriganganagar&Itemid=89